आज़ादी का अमृत महोत्सव
आज तिरंगा फहराता है, अपनी पूरी शान से,
आजादी मिली हमें, वीरो के बलिदान से।
आज़ादी की थी हमारी, १०० साल की लडाई,
तब से आज तक की भारत ने, बहुत ऊंची चढाई।
स्वतंत्रता मिली हमें , सत्य और अहिंसा अपनाकर,
अंग्रेज़ो को भगा दिया, भारत की मिट्टी चखाकर।
सारे जहां से अच्छा, है ये हिंदुस्तान हमारा,
ये बात हमने है थानी, न बनेंगे गुलाम दोबारा।
भारत के उत्तर में है, हिमालय विशाल
दक्षिण में है हिंद महासागर, भारत की मिसाल।
हमें हमारी मातृभूमि से मिला इतना प्यार है
हमारा झंडा लहराये, क्योकि भारत ही हमारा संसार है।
Hi there! I know I am a little too late to post an independence day poem. But I was so wrapped up in other things, it completely slipped my mind. (Did I mention, I made this poem for an assembly at school?)
Don't forget to comment and follow!!
Thanks!
love this Mahi! very powerful. Jai Hind :)
ReplyDeleteThank you so much Ki! Jai Hind indeed!!
ReplyDeleteThank you Russia!!!
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